" उनकी तलाश में ख़ुद को खो दिएजब वो बिछड़े तो बेवजह रो दिए।उनसे दूर रहकर भी हमें उनकी फ़िक्र बहत है, हमारे अधूरे अल्फ़ाज़ में उनकी ज़िक्र बहत है।"
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